दोहा ,छन्द,सोरठा,चौपाई
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10. मूक होई वाचाल, पंगु चढ़ै गिरिवर गहन। जासु कृपा सु दयाल, द्रवहु सकल कलिमल दहन।।
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11. घनाक्षरी छंद है -
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12. दोहे और रोले को क्रम से मिलाने पर कौन-सा छंद बनता है ?
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13. रहिमन पानी रखिए, बिन पानी सब सून | पानी गए न उबरे, मोती मानुस चुन ||
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